tag:blogger.com,1999:blog-859654042828036662.post1477740099614928200..comments2023-12-04T23:04:56.362-08:00Comments on अस्सी चौराहा: कविता घाट : सौ साल बाद छः काव्य-फूलरामाज्ञा शशिधरhttp://www.blogger.com/profile/17268266467005907983noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-859654042828036662.post-60614660011332807102010-11-21T07:00:53.410-08:002010-11-21T07:00:53.410-08:00चौराहा में बांधे रखने कि अद्भुत क्षमता है। कुछ तो ...चौराहा में बांधे रखने कि अद्भुत क्षमता है। कुछ तो जरूर है खास कि आते ही रम जाता है मन, खो जाता है दिल। संवेदना की परत पुष्ट होती है तो भावनाएँ कृतज्ञ हो उठती हैं उस लेखक के प्रति जिसके सरोकार साहित्य-मनिषियों से जुड़ी हैं, समय, समाज और देश, काल, परिवेश से गुंथी है। आपकी श्रद्धाजंली के पुष्प में हमारे हाथ के कमेंटिया छुअन शामिल हो...इसी ललक के साथ सभी कविवरों को मेरा नमन्! <br />राजीव रंजन प्रसाद, शोध छात्र, प्रयोजनमूलक हिन्दी, बीएचयूissbaarhttps://www.blogger.com/profile/14842589178871143639noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-859654042828036662.post-45422153947581386432010-11-20T22:13:56.028-08:002010-11-20T22:13:56.028-08:00dil ko chhoonewali kavitaen hain.@gmail.comdil ko chhoonewali kavitaen hain.@gmail.coms kumarhttp://smishra261noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-859654042828036662.post-20570398886783159652010-11-20T22:05:43.871-08:002010-11-20T22:05:43.871-08:00आपके सुझाव के अनुसार वर्ड वेरीफ़िकेसन को हटा दिया ...आपके सुझाव के अनुसार वर्ड वेरीफ़िकेसन को हटा दिया गया है. सलाह के लिए धन्यवाद.रामाज्ञा शशिधरhttps://www.blogger.com/profile/17268266467005907983noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-859654042828036662.post-50201344121178425522010-11-20T06:05:53.148-08:002010-11-20T06:05:53.148-08:00* बहुत बढ़िया भाई, ऐसी (ही)पोस्ट्स से हिन्दी ब्लॉग...* बहुत बढ़िया भाई, ऐसी (ही)पोस्ट्स से हिन्दी ब्लॉग की बनती हुई दुनिया समृद्ध होगी!साहित्य की दुनिया में रेखांकित किए जाने लायक काम करने वाले लोगों को इस माध्यम से जुड़ा देख अच्छा लगता है!!<br /><br />** एक अनुरोध:<br />यदि टिप्पणी बॉक्स से वर्ड वेरीफिकेशन हटा दें तो कैसा रहे?<br /><br />*** बना रहे अस्सी चौराहा!! सदा आनंदा रहे यहि द्वारे!!siddheshwar singhhttps://www.blogger.com/profile/06227614100134307670noreply@blogger.com